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why people of world getting taller and indians getting shorter undergoing surgery to increase height

 

दुनिया लंबी और भारतीय छोटे क्यों हो रहे हैं? हाइट पर क्‍या कहती है लोगों की सोच
New Delhi: PLOS One नामक Science Journal में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लोगों की औसत Height यानी लंबाई घट रही है. ये दावा वर्ष 2005 और वर्ष 2015 में हुए National Family Health Survey के आंकड़ो की तुलना करके किया गया है.


भारतीयों की घट रही है लंबाई

इस Report के मुताबिक भारत में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की औसत Height तेजी से घट रही है. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित वो महिलाएं हैं, जो SC या ST समुदाय से आती हैं.

ST समुदाय से आने वाली 5 वर्ष की एक बच्ची की हाईट में सामान्य वर्ग के मुकाबले औसतन 2 सेंटीमीटर की कमी आई है. जबकि अमीर घरों से आने वाली महिलाओं की औसत Height में वृद्धि हुई है.

पुरुषों के मामले में किसी भी वर्ग की स्थिति अच्छी नहीं है. इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अमीर, गरीब और पिछड़े वर्ग से आने वाले पुरुषों की औसत लंबाई में 1 सेंटीमीटर की कमी आई है. भारत के लोगों की औसत लंबाई में ये कमी वर्ष 2005 के बाद से आई है. जबकि वर्ष 1989 के बाद से भारत के लोगों की औसत Height लगातार बढ़ रही थी.


जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ सोशल मेडिसिन ऐंड कम्यूनिटी हेल्थ की स्टडी बताती है कि 1998-99 और 2005-06 के दौरान हर जाति, धर्म और राज्य की हर एज ग्रुप की महिलाओं की औसत ऊंचाई बढ़ी थी। मेघालय इसका अपवाद था जहां उस अवधि में औसत ऊंचाई में गिरावट देखी गई थी।


हर मां अपने बच्चे के लिए सब कुछ बेस्ट ही चाहती हैइसलिए हमें कोई संदेह नहीं कि आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखती होंगी। लेकिन कभी जानकारी की कमी तो कभी बच्चों की जिद के आगे अगर आप पोषण से समझौता कर रही हैं तो यह आपके बच्चे के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। पोषण की कमी आपके बच्‍चे के कद को प्रभावित कर सकती है।

 

अच्छी हाइट ना सिर्फ स्वास्थ्य की परिचायक हैबल्कि अच्छी पर्सनालिटी भी दर्शाती है। ऐसे में अगर पोषण की कमी से आपके बच्चे की हाइट रुक जाए तो यह चिंताजनक है।

अगर आप सोचती हैं कि बच्चे को दूध पिलाकर आप उसकी अच्छी हाइट और मजबूत हड्डियां सुनिश्चित कर रही हैंतो यहां आप गलत हैं। असल में भारत और आसपास के अन्य देश टीनेजर्स में सबसे छोटी हाइट वाले देशों में शुमार है।


क्या है भारतीय बच्चों में कम हाइट का कारण?

भारतीय और अन्य पड़ोसी देशों में औसत लंबाई कम हुई है। इसके एक से अधिक कारण हो सकते हैं।

पोषण सबसे महत्वपूर्ण कारण है। बच्चे की हड्डियां मजबूत होती हैंतो हाइट भी बढ़ती है। अधिकांश माता-पिता दूध पर ही कैल्शियम और प्रोटीन के लिए आश्रित रहते हैं। यही कारण है बच्चों में पोषण की कमी रह जाती है।

गन्दी हवाप्रदूषित पानी और अशुद्ध भोजन भी बच्चों में हाइट की कमी का बड़ा कारण है।


जानिए आपको अपने बच्चे को सही पोषण कैसे देना है?

यह स्टडी आपके लिए इसी कारण से महत्वपूर्ण हैआपको अपने बच्चे के पोषण के लिए एक्स्ट्रा ध्यान देना होगा।

बच्‍चों का बढ़ता कद न रुके इसके लिए आपको ये कदम उठाने चाहिए-

 

1. पांच साल की उम्र तक बच्चे का बुनियादी विकास हो जाता हैइसलिए आपको उसकी कैल्शियम की पूर्ति करनी है। कैल्शियम के लिए सिर्फ दूध पर निर्भर न रहें। दहीपनीरपालककेलसार्डिन मछली और सोयाबीन कैल्शियम के सबसे महत्वपूर्ण स्रोत हैं। इन्हें अपने बच्चे की डाइट में शुरू से शामिल रखें।

 

2. सिर्फ कैल्शियम का सेवन काफी नही हैक्योंकि कैल्शियम को सोखने के लिए विटामिन डी भी जरूरी है। विटामिन डी का सबसे प्रमुख स्रोत धूप है। उसके अतिरिक्त अंडों में भी भरपूर मात्रा में विटामिन डी होता है।

 

3. हर उम्र के अनुसार अलग-अलग स्तर की शारीरिक एक्टिविटी होती हैं। जैसे 4 से 5 वर्ष के बच्चे को भागने और कूदने वाले खेल खेलने चाहिए। 8 से 10 साल के बच्चे को बास्केटबॉल और फुटबॉल जैसे खेल खेलने शुरू कर देने चाहिए। आज के समय मे सबसे बड़ी समस्या यही है कि बच्चे बाहर जाकर खेल नहीं रहे हैं। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आपका बच्चा बाहर निकलकर खेले। बच्चों को फोन और लैपटॉप न दें।

 

4. बच्चों को जंक फूड से दूर रखें। ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और सब्जी खिलाएं।



इन राज्यों के पुरुषों की कम होती है लंबाई

National Family Health Survey के मुताबिक मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और झारंखड में पुरुषों की औसत लंबाई पूरी दुनिया के पुरुषों के मुकाबले सबसे कम है.

महिलाओं की बात करें तो मेघालय, त्रिपुरा, झारखंड और बिहार में महिलाओं की औसत Height पूरी दुनिया के मुकाबले सबसे कम है. जबकि जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और केरल के पुरुषों की औसत लंबाई दुनिया के 30 देशों के पुरुषों की औसत लंबाई से ज्यादा है. इसी तरह पंजाब, हरियाणा, और केरल की महिलाओं की औसत Height दुनिया के 40 देशों की महिलाओं की औसत Height से ज्यादा है.

वैज्ञानिकों के मुताबिक मां का स्वास्थ्य, पोषण, पर्यावरण और प्रदूषण जैसे कारण बच्चों की हाईट ना बढ़ने के लिए जिम्मेदार होते है.

किसी को बचपन में कैसा माहौल और पोषण नसीब होगा. ये तो तय नहीं किया जा सकता. सवाल ये है कि क्या हमारा समाज छोटे कद की महिलाओं और पुरुषों के साथ न्याय करता है?

भारत में हर जगह आड़े आ जाता है कद

इसका जवाब है नहीं. भारत में चाहे बात शादी विवाह की हो या फिर नौकरियों की. कई बार लोगों का छोटा कद उनके सपनों के आड़े आ जाता है. छोटे कद की वजह से कई बार लड़की के परिवार वाले ज्यादा दहेज देने के लिए भी तैयार हो जाते हैं. वहीं कई बार छोटे कद के लड़कों को भी जीवन साथी ढूंढने में परेशानी होती है. 

बात अगर Television और फिल्मों में Carrier बनाने की हो तो यहां भी छोटी Height के लोगों के साथ भेदभाव होता है. फिल्मों और Fashion Industry में आम तौर पर उन महिलाओं को ही मौका मिलता है. जिनकी Height कम से कम 5 फीट 9 Inch होती है, जबकि 6 फीट से ज्यादा लंबे पुरुषों को ही इस Industry में पर्याप्त मौके मिल पाते हैं.

छोटे कद की महिलाओं और पुरुषों को कई बार ताने भी सुनने पड़ते हैं. धीरे धीरे ये सब हीन भावना में बदल जाता है. जबकि सच ये है कि भारत मोटे तौर पर लंबे लोगों का नहीं बल्कि कद में छोटे लोगों का देश है. छोटे कद के मामले में भारत दुनिया के 200 देशों में 14वें नंबर पर है. नए आंकड़े बताते हैं कि भारत में लोगों की लंबाई अब पहले से भी कम हो रही है.

दुनिया में लोगों की बढ़ रही है हाइट

इसके विपरीत पिछले 150 वर्षों में पूरी दुनिया में लोगों की लंबाई बहुत तेज़ी से बढ़ी है. आम तौर पर चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के लोगों को कद में छोटा माना जाता है. आज की तारीख में भारत के लोगों की औसत Height चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के लोगों के मुकाबले भी 2 से 4 इंच कम है.

भारत में माता पिता भी तब बहुत चिंतित हो जाते हैं. जब उनके बच्चों का कद नहीं बढ़ता. इसी चिंता में माता पिता अपने बच्चों को Health और Growth Supplement देना शुरू कर देते हैं. भारत में आज Health और Growth Supplement का बाज़ार 30 हज़ार करोड़ रुपये का हो चुका है. लोग अच्छी Height ही नहीं चाहते बल्कि अच्छा दिखना भी चाहते हैं. यही वजह है कि भारत में Beauty Products का बाज़ार इस समय 2 लाख करोड़ रुपये का है. जबकि Cosmetic Surguries का बाजार एक हज़ार करोड़ रुपये का है.

कुल मिलाकर लोग अब ईश्वर के दिए रंग रूप और कद काठी से ही संतुष्ट नहीं होते. वो अपने काया कल्प के लिए डॉक्टरों के पास जाते हैं और अपने शरीर को कटवाने से भी पीछे नहीं हटते.

कद बढ़वाने के लिए सर्जरी करा रहे लोग

उदाहरण के लिए भारत में अब बहुत सारे लोग अपनी लंबाई बढ़ाने के लिए Surgery भी करा रहे हैं. जिसे Limb Lengthening Surgery कहा जाता है. इस Surgery के दौरान पैरों की हड्डी को काटा जाता है यानी उसे दो हिस्सों में बांट दिया जाता है. फिर इन दो हिस्सों के बीच Screws की मदद से एक Device लगा दी जाती है. जिसे हर दिन धीरे-धीरे घुमाकर हड्डियों को एक दूसरे से दूर किया जाता है.

जैसे जैसे ये अंतर बढ़ता है. शरीर नई हड्डियों के जरिए दोनों हिस्सों को जोड़ने की कोशिश करता है. जब नई हड्डियों के जरिए ये अंतर भर जाता है तो ऑपरेशन कराने वाले व्यक्ति की हाइट कुछ सेंटिमिटर से लेकर तीन से चार इंच तक बढ़ जाती है.

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